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अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्कर देहरादून से गिरफ्तार, नक्सली लिंक की जांच

देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ और मुंबई क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़े अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। दिल्ली के यमुना विहार निवासी कामरान अहमद को देहरादून के क्लेमेंटटाउन थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। उस पर अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव तस्करों और नक्सलियों को अवैध हथियार सप्लाई करने के गंभीर आरोप हैं।

एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि कामरान पिछले कुछ समय से टर्नर रोड स्थित केशवकुंज क्षेत्र में रह रहा था। पूछताछ में उसने कबूला कि वह न केवल वन्यजीव तस्करों को हथियार मुहैया कराता था, बल्कि नक्सल प्रभावित इलाकों में भी अवैध हथियारों की सप्लाई करता था।

इस गिरफ्तारी का खुलासा तब हुआ जब मुंबई क्राइम ब्रांच ने 2 जुलाई को दो तस्करों को गिरफ्तार किया। इनके पास से भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद हुए, और पूछताछ में उन्होंने खुलासा किया कि वे ये हथियार देहरादून निवासी कामरान से खरीदते थे।

जांच में यह भी सामने आया है कि कामरान का संबंध देहरादून के चर्चित गन हाउस “रॉयल आर्म्स” से है, जिसके मालिक परीक्षित नेगी के साथ मिलकर उसने अवैध धंधे को अंजाम दिया। गन हाउस में जो हथियार लोग खराब होने की हालत में जमा कराते थे, उन्हें ठीक कर फिर से बाजार में बेचा जाता था, जो कि पूरी तरह गैरकानूनी है। नियमानुसार, ऐसे हथियारों को नष्ट किया जाना चाहिए था।

बताया गया है कि परीक्षित नेगी पहले देहरादून की पटेल रोड पर रॉयल आर्म्स नाम से लाइसेंसी गन हाउस चलाता था। शुरू में वह केवल लाइसेंसधारी ग्राहकों को हथियार बेचता था, लेकिन धीरे-धीरे उसने लाइसेंस के दायरे से बाहर जाकर अन्य राज्यों में भी हथियार और कारतूस की तस्करी शुरू कर दी। वर्ष 2022 में दिल्ली पुलिस ने उसे 2200 कारतूस की तस्करी मामले में गिरफ्तार किया था।

फिलहाल एसटीएफ उत्तराखंड और महाराष्ट्र पुलिस इस तस्करी नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं। नक्सल प्रभावित जिलों में मिले हथियारों की फोरेंसिक जांच की जा रही है। यह गिरफ्तारी अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव अपराध और आतंकी गतिविधियों से जुड़े हथियार तस्करी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी सफलता मानी जा रही है।

जांच एजेंसियां इस बात की भी पड़ताल कर रही हैं कि इस रैकेट से और कौन-कौन लोग जुड़े हो सकते हैं। कामरान के खिलाफ पहले भी आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हैं। मामले में और गिरफ्तारियां संभव हैं।

हिमालयन लाइव ब्यूरो

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