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अंकिता हत्याकांड: 40 हजार फोन, 800 CCTV की जांच के बाद भी VIP का रहस्य बरकरार

ऋषिकेश/हरिद्वार: अंकिता भंडारी मर्डर केस में जांच एजेंसियों की लाख कोशिशों के बावजूद अब तक उस "वीआईपी" शख्स की पहचान सामने नहीं आ सकी है, जिसे कथित रूप से `एक्स्ट्रा सर्विस` देने का दबाव मृतका पर डाला जा रहा था। जांच में वनंत्रा रिज़ॉर्ट के आसपास के 40 हजार मोबाइल नंबरों की लोकेशन और ऋषिकेश से हरिद्वार तक 800 से अधिक CCTV फुटेज खंगाली गई, फिर भी वीआईपी कौन था – ये सवाल अब भी अनुत्तरित है।

"वनंत्रा में वीआईपी आने वाला है..." – आखिरी कॉल

18 सितंबर 2022 को अंकिता भंडारी ने अपने जम्मू निवासी मित्र पुष्पदीप से फोन पर बात की थी। उसी कॉल में उसने पहली बार यह खुलासा किया था कि वनंत्रा रिज़ॉर्ट में एक बड़ा वीआईपी आने वाला है और उस वीआईपी को `अतिरिक्त सेवा` देने के लिए उस पर दबाव डाला जा रहा है। यह दबाव रिज़ॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य और उसके पीए अंकित गुप्ता उर्फ पुलकित द्वारा बनाया जा रहा था।

SIT की बड़ी जांच, फिर भी `वीआईपी` कौन?

हत्या की जांच के लिए बनी विशेष जांच टीम (SIT) की अगुवाई डीआईजी पी. रेणुका कर रही थीं। टीम ने 40 हजार मोबाइल नंबरों की लोकेशन ट्रेस की और 800 CCTV कैमरों की फुटेज की जांच की। वनंत्रा रिजॉर्ट में आने-जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति से पूछताछ की गई, लेकिन अब तक उस संदिग्ध वीआईपी का नाम सामने नहीं आया।

डीआईजी रेणुका ने जांच के दौरान यह जरूर कहा कि वनंत्रा रिज़ॉर्ट में एक `वीआईपी सूट` मौजूद था और वहां रुकने वाले हर मेहमान को ‘वीआईपी’ कहा जाता था। हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अंकिता से किस विशेष व्यक्ति को `एक्स्ट्रा सर्विस` देने को कहा गया था।

पुष्पदीप ने किया था सच का खुलासा

अंकिता के मित्र पुष्पदीप ही वह शख्स था जिसने सबसे पहले पुलिस को यह बताया कि अंकिता वनंत्रा में हो रहे अनैतिक कार्यों को लेकर चिंतित थी। उसने बताया कि अंकिता ने खुद फोन कर बताया था कि पुलकित आर्य और उसके स्टाफ द्वारा उसे रिज़ॉर्ट में आने वाले ग्राहकों को ‘अतिरिक्त सेवा’ देने का दबाव दिया जा रहा है।

18 सितंबर की रात करीब 8:30 बजे के बाद अंकिता का फोन बंद हो गया। जब पुष्पदीप ने पुलकित से संपर्क किया तो वह टालमटोल करता रहा। फिर पीए अंकित गुप्ता ने कहा कि अंकिता जिम में है। आखिर में शेफ मनवीर ने बताया कि अंकिता रात से रिज़ॉर्ट में नहीं है। यहीं से मामले ने गंभीर मोड़ लिया और पुष्पदीप सीधे ऋषिकेश पहुंच गया।

अब भी रहस्य में डूबा है `वीआईपी एंगल`

SIT की जांच पूरी होने के बावजूद अंकिता को किस वीआईपी को `सेवा` देने का दबाव बनाया जा रहा था, यह अभी भी सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है। यह रहस्य जितना गहराता है, उतना ही सिस्टम और जांच पर भी सवाल उठता है।

क्या अब भी पर्दे में है कोई रसूखदार चेहरा?
जांच एजेंसियां चुप हैं, सबूत नदारद हैं, लेकिन जनता की निगाहें अब भी उस `वीआईपी` की तलाश में हैं जिसकी वजह से एक होनहार युवती की जिंदगी छीन ली गई।

हिमालयन लाइव ब्यूरो

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